‘Ram’ is not a slogan.
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विष्णु, शिव और पार्वती जैसे व्यक्तित्व ही कॉर्पोरेट के पूरक
Only personalities like Vishnu, Shiva and Parvati complement the corporate
Continue reading...नीतीश का राजनीतिक चरित्र समझना उन्हें पलटीमार बताने जितना आसान नहीं
कुछ ही महीने पहले बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में 9वीं बार शपथ लेने वाले नीतीश कुमार, राजधानी पटना में 18 विपक्षी दलों के साथ बीजेपी के खिलाफ पहली बैठक की मेजबानी कर रहे थे। आगामी लोकसभा चुनावों से पूर्व यह पहला मौका था, जब बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी के लिए एक संगठित विपक्ष की चुनौती तैयार हो रही...
Continue reading...मुद्दा नजरिए का है, गलत वो भी नहीं, गलत हम भी नहीं..
“यह छह है, अरे नहीं, नहीं यह नौ है.. अरे भई! साफ दिखाई दे रहा है यह छह है.. नहीं, यह नौ है, तुम मेरी जगह पर आकर देखो..” इस दुनिया में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति के पास अपना मस्तिष्क है, तो स्वाभाविक-सी बात है कि हर एक व्यक्ति एक अलग सोच और स्वतंत्र विचार भी रखता है। इस बात...
Continue reading...करियर स्टेप्स, जो बेहद मायने रखते हैं: इन्क्लूज़न, इन्फ्लुएंस और इम्पैक्ट
यदि आप अपने करियर को लेकर असमंजस में हैं या फिर यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि किस दिशा में आगे बढ़ना है, तो यह याद रखना सबसे अधिक जरुरी है कि सफलता का रास्ता करियर के उतार-चढ़ाव से होकर ही जाता है, जरुरत होती है, तो सिर्फ निरंतर आगे बढ़ते रहने की। हालाँकि, व्यक्ति को चाहिए कि...
Continue reading...व्यवसायों के लिए केवल लाभ का विषय ‘बार्टर डील’
एक ऐसी दुनिया, जहाँ रुपया-पैसा या करंसी ही एक्सचेंज का प्राथमिक माध्यम है, वहाँ बार्टरिंग का कॉन्सेप्ट काफी पुराना मालूम पड़ता है। हालाँकि, मौजूदा बिज़नेस परिदृश्य में देखें, तो नकदी का उपयोग किए बिना, अपना क्लाइंट बेस बढ़ाने के साथ-साथ रेवेन्यू में जरुरी वृद्धि के लिए, बार्टर सिस्टम एक प्रभावी रणनीति साबित हुई है। दो दशकों से अधिक के अनुभव...
Continue reading...कभी-कभी चुप रहना, जवाब देने से ज्यादा प्रभावी हो सकता है
बेशक क्राइसिस मैनेजमेंट कठिन हो सकता है, लेकिन कुछ समय के लिए रुकने और शांत रहने से आपको अपनी ब्रांड प्रतिष्ठा की रक्षा करने में मदद मिल सकती है। कुछ स्थितियों में, एक टूल के रूप में मौन का उपयोग करना आवेगपूर्ण प्रतिक्रिया देने से अधिक प्रभावी हो सकता है। जानना चाहेंगे, कैसे? पीआर में दो दशकों से अधिक के...
Continue reading...पीआर परिदृश्य में किस तरह क्राँति ला रही है क्रिएटर इकॉनमी?
कहानी कहने की कला और आकर्षक कॉन्टेंट हमेशा ही दर्शकों के मन-मस्तिष्क में विशेष स्थान रखते हैं। सोशल मीडिया के आगमन ने इस विशेष कला को ऊँचा उड़ने के लिए नए पंख दिए हैं, जिसके माध्यम से स्टोरीटेलिंग आर्टिस्ट्स को बतौर ऑनलाइन खुद को अभिव्यक्त करने के असीमित अवसरों की सौगात मिली है। पहले के समय में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स सिर्फ...
Continue reading...पीआर में क्रॉस-कंसल्टेंसी कोलेबरेशन की बढ़ती प्रवृत्ति
विगत कुछ वर्षों में पीआर परिदृश्य में बड़े स्तर पर बदलाव देखने को मिले हैं। कोविड के बाद से तमाम इंडस्ट्रीज़ के ब्रांड मैनेजर्स की व्यस्तता पहले से कहीं अधिक बढ़ गई है। डिजिटल प्लेटफॉर्म्स, जैसे- सोशल मीडिया, वेब व कॉन्टेंट मार्केटिंग, एसईओ आदि के उपयोग में बढ़ोतरी को भी उनकी व्यस्तता का प्रमुख कारण माना जा सकता है। जाहिर-सी...
Continue reading...पब्लिक रिलेशन की कुछ महत्त्वपूर्ण बातें, जो आपको पता होना चाहिए
विज्ञापन किसी प्रोडक्ट या सर्विस की सेल बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है, बल्कि पब्लिक रिलेशन इमेज बिल्डिंग यानी लम्बे समय तक टारगेट ऑडियंस पर छाप छोड़ने का काम करता है। पब्लिक रिलेशन इंडस्ट्री का काम बड़ा ही चुनौतीपूर्ण लेकिन रोमांचक होता है। हालांकि कुछ चुनिंदा लोग ही होंगे, जो बता सकते हैं कि पब्लिक रिलेशन इंडस्ट्री के लोग...
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