PR

कभी-कभी चुप रहना, जवाब देने से ज्यादा प्रभावी हो सकता है

Political Strategist in India

बेशक क्राइसिस मैनेजमेंट कठिन हो सकता है, लेकिन कुछ समय के लिए रुकने और शांत रहने से आपको अपनी ब्रांड प्रतिष्ठा की रक्षा करने में मदद मिल सकती है। कुछ स्थितियों में, एक टूल के रूप में मौन का उपयोग करना आवेगपूर्ण प्रतिक्रिया देने से अधिक प्रभावी हो सकता है। जानना चाहेंगे, कैसे? पीआर में दो दशकों से अधिक के...

Continue reading...

पीआर परिदृश्य में किस तरह क्राँति ला रही है क्रिएटर इकॉनमी?

Political Strategist in India

कहानी कहने की कला और आकर्षक कॉन्टेंट हमेशा ही दर्शकों के मन-मस्तिष्क में विशेष स्थान रखते हैं। सोशल मीडिया के आगमन ने इस विशेष कला को ऊँचा उड़ने के लिए नए पंख दिए हैं, जिसके माध्यम से स्टोरीटेलिंग आर्टिस्ट्स को बतौर ऑनलाइन खुद को अभिव्यक्त करने के असीमित अवसरों की सौगात मिली है। पहले के समय में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स सिर्फ...

Continue reading...

पीआर में क्रॉस-कंसल्टेंसी कोलेबरेशन की बढ़ती प्रवृत्ति

Political Strategist in India

विगत कुछ वर्षों में पीआर परिदृश्य में बड़े स्तर पर बदलाव देखने को मिले हैं। कोविड के बाद से तमाम इंडस्ट्रीज़ के ब्रांड मैनेजर्स की व्यस्तता पहले से कहीं अधिक बढ़ गई है। डिजिटल प्लेटफॉर्म्स, जैसे- सोशल मीडिया, वेब व कॉन्टेंट मार्केटिंग, एसईओ आदि के उपयोग में बढ़ोतरी को भी उनकी व्यस्तता का प्रमुख कारण माना जा सकता है। जाहिर-सी...

Continue reading...