From Expressing Yourself at the Top to Finding Yourself at the Bottom: The Scary Side of Social Media
Continue reading...Indian Political Strategist
कल्चर, कनेक्शन और क्रेडिबिलिटी: भारत में रीजनल पीआर के लिए सफलता के पिलर्स
आज की परस्पर जुड़ी दुनिया में, प्रभावी पब्लिक रिलेशन्स की महत्ता पहले से कहीं अधिक है, खासकर तब, जब बात भारत के विविध और जीवंत बाजार को नेविगेट करने की आती है। सांस्कृतिक रूप से समृद्ध भारत में किसी भी पीआर कैंपेन की सफलता कल्चर (संस्कृति), कनेक्शन (संपर्क) और क्रेडिबिलिटी (विश्वसनीयता) की तिकड़ी में महारत हासिल करने पर निर्भर करती...
Continue reading...पब्लिक रिलेशन की कुछ महत्त्वपूर्ण बातें, जो आपको पता होना चाहिए
विज्ञापन किसी प्रोडक्ट या सर्विस की सेल बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है, बल्कि पब्लिक रिलेशन इमेज बिल्डिंग यानी लम्बे समय तक टारगेट ऑडियंस पर छाप छोड़ने का काम करता है। पब्लिक रिलेशन इंडस्ट्री का काम बड़ा ही चुनौतीपूर्ण लेकिन रोमांचक होता है। हालांकि कुछ चुनिंदा लोग ही होंगे, जो बता सकते हैं कि पब्लिक रिलेशन इंडस्ट्री के लोग...
Continue reading...छोटे राज्यों के गठन में कैसी बुराई?
स्वतंत्रता से पूर्व भारत 17 प्रांतों और 584 रियासतों में बंटा हुआ था। इसके पश्चात् स्वतंत्रता के समय 15 अगस्त 1947 को भारत में 12 राज्य थे। 26 जनवरी 1950 को जब भारत एक संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य बना, तब तक हैदराबाद, जम्मू और कश्मीर, सिक्किम, मणिपुर और त्रिपुरा जैसे राज्य भी भारतीय संघ का हिस्सा बन चुके थे। फिलहाल भारत...
Continue reading...चुनावों में होने वाला इतना खर्चा लाते कहाँ से हो बाबू?
भारत देश में चुनावी राजनीति अब आदमी के बस की बात नहीं है। इसके पहले एक सवाल, कि क्या आपने किसी भी पार्टी के चुनाव प्रचार को देखा है? जिसमें चुनाव के समय पर होने वाले अघोषित पैसे का हिसाब आप सोच भी नहीं सकते हैं, जिसमें चल अचल संपत्ति, कार्यकर्ताओं, नेताओं और सरकारी तंत्र और मीडिया के खर्चे, इत्यादि...
Continue reading...युवाओं को साधने के लिए कौन सा रोडमैप बनाएँगी पार्टियां – अतुल मलिकराम, राजनीतिक रणनीतिकार
मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ जैसे देश के कुछ प्रमुख राज्यों में साल के अंत में चुनाव होने को हैं, ऐसे में सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी तैयारियों में जुटे हैं। सभी दल अपनी जीत के लिए एक रोडमैप बना रहे हैं। चूंकि जनता को भरोसा दिलाना अब पहले की तरह आसान नहीं रह गया है। इसलिए अब राजनीतिक पार्टियों को सभी...
Continue reading...कांग्रेस कैसे चुनेगी उम्मीदवार ?
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने को है। 2018 में जनता ने कांग्रेस को चुना था, हालाँकि 2020 में कांग्रेसी विधायकों के बीजेपी में जाने के बाद सत्ता कांग्रेस से छीन ली गयी थी। अब ऐसे में 2023 के लिए कांग्रेस ने कमर कस ली है। राजनीतिक रणनीतिकार अतुल मलिकराम ने कहा कि कांग्रेस जानती है, इस जंग को जीतने के...
Continue reading...2023 विधानसभा चुनाव में बीजेपी की भूमिका –
2023 में मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने को है, ऐसे में देश की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी का मंथन जारी है। राजनीतिक रणनीतिकार अतुल मलिकराम ने कहा, 2018 में मिली शिकस्त के बाद अब भाजपा कोई कमज़ोर कड़ी नहीं छोड़ना चाहती है लेकिन राजनीति में सर्वश्रेष्ठ होने की चाहत ही अक्सर सत्ता से दूर कर देती है। भारतीय जनता पार्टी...
Continue reading...“Political PR, a game of chess”- Atul Malikram
“Public Relations always existed in politics, throughout history. Political public relations is a central component of political communication. The United States’ 45th presidential election is a prime example that shows the power of PR. We all know that it was PR that turned the tables and made victory a possibility for Trump. Only a mastermind can change equations in politics...
Continue reading...बेहतर भविष्य के लिए रचना, नए विश्व की..
वर्तमान परिदृश्य में, विश्व एक स्थायी भविष्य के सृजन में एकजुट है। पर्यावरण के विषय में यह स्थिरता, पृथ्वी के प्राकृतिक संसाधनों, इकोसिस्टम, जलवायु और वातावरण के प्रबंधन और सुरक्षा को लेकर है, ताकि वर्तमान के साथ-साथ आने वाली पीढ़ियाँ भी एक सभ्य जीवन जी सकें और लाखों अन्य जीव, जिनके साथ हम पृथ्वी की इस एक ही छत के...
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