पब्लिक रिलेशन की कुछ महत्त्वपूर्ण बातें, जो आपको पता होना चाहिए

Some important things about public relations that you should know

विज्ञापन किसी प्रोडक्ट या सर्विस की सेल बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है, बल्कि पब्लिक रिलेशन इमेज बिल्डिंग यानी लम्बे समय तक टारगेट ऑडियंस पर छाप छोड़ने का काम करता है।

पब्लिक रिलेशन इंडस्ट्री का काम बड़ा ही चुनौतीपूर्ण लेकिन रोमांचक होता है। हालांकि कुछ चुनिंदा लोग ही होंगे, जो बता सकते हैं कि पब्लिक रिलेशन इंडस्ट्री के लोग काम क्या करते हैं। यदि आप किसी को अपना प्रोफेशन डॉक्टर, इंजीनियर या मैकेनिक बताते हैं, तो लगभग सभी इसे एक बार में समझ लेते हैं। लेकिन वहीं जब आप किसी को यह कहते हैं कि आप पीआर प्रोफेशनल हैं, तो ज्यादातर लोग आपका प्रोफेशन ही नहीं समझ पाते।

एक पब्लिक रिलेशन एजेंसी के ऑनर होने के नाते मुझे हमेशा लोगों को समझाना पड़ता है कि हम विज्ञापन नहीं खरीदते, न ही रिपोर्टर को ऑर्डर करते हैं कि वो हमारे क्लाइंट्स के लिए स्टोरी लिखें, हम कोई जिंगल्स नहीं लिखते, और न ही मॉल्स में कोई फ्री सैम्पल्स बेचते हैं, बल्कि हम हमारे क्लाइंट्स, उनकी सर्विसेस और खुद को प्रमोट करते हैं। लेकिन विज्ञापन के जरिए नहीं, बल्कि एक विश्वसनीय तरीके से, विश्वसनीय सूत्रों के जरिए, लोगों में हमारे क्लाइंट्स के प्रति विश्वास जगाकर.. तो चलिए जानते हैं, यह सब काम कैसे करता है।

आप पब्लिक रिलेशन में हैं, लेकिन ऐसे कैसे बताएँ कि सामने वाला एक बार में समझ जाए:

आम भाषा में पब्लिक रिलेशन क्या है?

यदि रोजाना कोई सब्जी वाला आपकी गली में आता है और अपनी सब्जियों की तारीफ करता है और बताता है कि ये ताज़ी हैं, या आपसे सब्जियाँ खरीदने की रिक्वेस्ट करता है, तो शायद आप एक बार मेंउसकी सब्जी न खरीदें। लेकिन यदि आपके दो पड़ोसी कह दें, कि इसकी सब्जी काफी ताज़ी और सस्ती होती है, तो आप जरूर उसकी सब्जी लेने पर मजबूर हो जाते हैं।

इसे कहते हैं किसी और की बातों से प्रभावित होकर अपना फैसला लेना… यह फैसला इस बात पर भी निर्भर करता है कि वो तारीफ किस तरह से की गई है, और वो सामने वाला व्यक्ति किस हद तक आपसे प्रभावित हुआ है।

तो पब्लिक रिलेशन इंडस्ट्री का काम होता है अपने क्लाइंट्स के प्रोडक्ट, उनकी खासियत, उनकी सर्विस के बारे में इतने अच्छे से लिखित सामग्री पेश करना कि क्लाइंट्स के कस्टमर उसमे रूचि लेने लगें। आपके क्लाइंट के प्रति लोगों का नजरिया बदले, और टारगेट ऑडियंस का उनके प्रति विश्वास पैदा हो। आपके क्लाइंट के लिए सही मायने में यही पब्लिक रिलेशन होता है।

पब्लिक रिलेशन के लिए लिखित सामग्री से मतलब… प्रेस रिलीज़ लिखना और जारी करना

अपने क्लाइंट्स के बारे में सही जानकारी जुटाना और उसे सही तरीके से लिखकर रिपोर्टर्स तक पहुँचाना, ताकि ग्राहकों के बीच एक सही और सच्ची राय स्थापित हो सके, और रिपोर्टर भी उस स्टोरी को लिखने या छापने के लिए उत्सुक हो जाए। इसके आलावा कुछ ऐसे सोशल इवेंट्स प्लान करना, जिससे क्लाइंट्स के टारगेट ऑडियंस तक उसके प्रोडक्ट व सेवाओं की बात पहुँच सके, ऐसे अन्य कई तरीके हो सकते हैं।

बड़ा प्रश्न… विज्ञापन और पब्लिक रिलेशन अलग कैसे हैं?

विज्ञापन किसी प्रोडक्ट या सर्विस की सेल बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है, जबकि पब्लिक रिलेशन इमेज बिल्डिंग यानी लम्बे समय तक टारगेट ऑडियंस पर छाप छोड़ने का काम करता है। कुछ और बिंदुओं के माध्यम से समझें, तो

– पब्लिक रिलेशन विश्वसनीयता पैदा करता है, जबकि विज्ञापन को लोग संदेहपूर्ण दृष्टि से देखते हैं

– विज्ञापन के लिए आपको पैसा देना होता है, जबकि पब्लिक रिलेशन में आपको समय देना होता है

– विज्ञापन में आपके बारे में एक छवि दिखाई जाती हैं, जबकि पब्लिक रिलेशन आपकी छवि बनाई जाती है

– विज्ञापन कहता है ये प्रोडक्ट खरीदिए, जबकि पब्लिक रिलेशन उस प्रोडक्ट का महत्व बताता है

– विज्ञापन बहुत महँगा होता है, जबकि पब्लिक रिलेशन बहुत सस्ता

– विज्ञापन आपका विस्तार से प्रचार करता है, जबकि पब्लिक रिलेशन आपके लिए मार्केट में विश्वास पैदा करता है

न्यूज़ क्या है?

पब्लिक रिलेशन एजेंसी, संस्था या कंपनी हायर करने या खुद का कैंपेन चलाने से पहले आपको पता होना चाहिए कि न्यूज़ किस नेचर की है, आपको न्यूज़ बनाना है या किसी न्यूज़ को फॉलो करना है? जब आप किसी को न्यूज़ देते हैं, तो उसमें कई सवाल होते हैं जैसे कि आपकी न्यूज़ में क्या नया है, इसे पढ़कर रीडर्स को क्या फायदा होगा? क्या यह एक असाधारण खबर है? इसमें स्टोरी क्या है या कोई इसे क्यों प्रमोट करे।

इसलिए मीडिया की भाषा में सही न्यूज़ और पब्लिक रिलेशन की भाषा में सटीक प्रेस रिलीज़ बनाने के दो तरीके हो सकते हैं, जैसे…

स्टोरी क्रिएट करें

एक संक्षिप्त श्रृंखला के प्रश्न, जो किसी विशेष मुद्दे पर प्रकाश डालते हुए नई जानकारी प्रदान करते हैं, व्यापार मीडिया के लिए समाचारों की अहमियत रखते हैं, उनके उत्तर आपको एक स्टोरी दे सकते हैं, जो मीडिया के लिए कुछ नया लेकर आये और उनके रीडर्स भी उसमें रुचि दिखा सकें। जब भी किसी ब्रांड को प्रमोट करना है, तो उसके लिए आपको एक कहानी बनाना होगी, जो उसके ग्राहकों से जुड़ सके।

किसी स्टोरी को फॉलो करें

कहते हैं कि अवसर कई बार आपका दरवाज़ा खटखटाता है। ऐसे ही यदि आपकी आपके क्लाइंट के साथ किसी विषय पर चर्चा चल रही है, और इस दौरान आपका क्लाइंट अपने कोई विचार रखता है, तो उसका स्वागत करें, क्योंकि वह भी ब्रांड प्रमोशन का एक अच्छा तरीका साबित होता है।

कई बार स्टोरी फॉलो करने के विषय में शेयर बाजार में गिरावट, राजनीतिक घोटाला, सूखे या बर्फानी मौसम के आर्थिक प्रभाव आदि शामिल हो सकते हैं। ब्रेकिंग खबरों के लिए, पत्रकारों को अक्सर एक विशेषज्ञ की आवश्यकता होती है,

जो फोन इंटरव्यू, वीडियो-कॉन्फ्रेंस, लाइव वीडियो इंटरव्यू, ट्वीट, ईमेल या आईएम के माध्यम से वास्तविक समय में इस विषय पर अपने विचार प्रकट कर सके।

कोई भी स्टोरी तुरंत नहीं होती, लेकिन व्यापार को उस ट्रेंड कर रही स्टोरी में खुद को शामिल करना पड़ता है, यह आमतौर पर फीचर स्टोरी कहलाती है।

महत्वपूर्ण प्रश्न… क्या हम पब्लिक रिलेशन को माप सकते हैं?

संभवतः… लेकिन यह एक सटीक विज्ञान नहीं है। कई लोग और फर्म ने कई मॉडल, स्प्रेडशीट और अनुमान बनाए हैं। लेकिन वे सभी अनुमान हैं। कुछ बेहतर होते हैं और कुछ नहीं। यह पीआर उद्योग में सबसे भावनात्मक विषय है।

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