अर्थव्यवस्था के चक्रव्यूह में फंसी सरकार, लेकिन मर रहा भारतीय
Continue reading...राजनीति
राजनीति के पाटों के बीच पिसती बेचारी जनता ही है
एक दोस्त ने पूछा कि आखिर मैं कब राजनीति में कदम रखूँगा? मुझे विश्वास है कि मेरे जवाब को सुनकर उसे संतुष्टि जरूर मिली होगी और उसे समझ आ गया होगा, ‘यह राजनीति क्यों मेरे काम की नहीं।’ जब उसने कहा, “तुम भी लड़ो और जीतो” तो मैंने भी कह डाला कि कोई लड़कर जीतता है और कोई प्यार से...
Continue reading...राजनीति में होता ‘भाषाई हिंसा’ का विस्तार
राजनीति में होता ‘भाषाई हिंसा’ का विस्तार
Continue reading...मिग-27 हुआ रिटायर, आप कब रिटायर होंगे नेताजी?
मिग-27 हुआ रिटायर, आप कब रिटायर होंगे नेताजी?
Continue reading...जिस मुल्क का शरीर और समाज दोनों बीमार हो चुके हों, आखिर वह देश कैसे तरक्की
जिस मुल्क का शरीर और समाज दोनों बीमार हो चुके हों, आखिर वह देश कैसे तरक्की
Continue reading...वर्ष 2030 के भारत में शून्य भुखमरी लाने के लिए लेना होंगे ये प्रण, करना हो
वर्ष 2030 के भारत में शून्य भुखमरी लाने के लिए लेना होंगे ये प्रण, करना हो
Continue reading...गरीबों को अन्य लोगों पर नहीं, बल्कि स्वयं के प्रति निर्भर बनाएं; ऐसे मिटेगी देश से गरीबी
गरीबों को अन्य लोगों पर नहीं, बल्कि स्वयं के प्रति निर्भर बनाएं; ऐसे मिटेगी देश से गरीबी
Continue reading...आखिर कब थमेगा इमारतों पर चलते बुलडोजर का सिलसिला?
आखिर कब थमेगा इमारतों पर चलते बुलडोजर का सिलसिला?
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