रोम-रोम में बसते हैं राम..
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कार्डियोवैस्कुलर अटैक, आतंकवाद से भी ज्यादा खतरनाक..
Cardiovascular attack is more dangerous than terrorism.
Continue reading...सरकार को बनाने या बिगाड़ने के लिए महज़ एक वोट ही काफी..
सरकार को बनाने या बिगाड़ने के लिए महज़ एक वोट ही काफी..
Continue reading...सरकारों की चाटुकारिता में तब्दील होता जा रहा महामहीम का सर्वोच्च पद – अतुल मलिकराम, राजनीतिक विश्लेषक
संवैधानिक दृष्टि और मूल सिद्धांतों को छोड़ दें तो आपको भारत में राष्ट्रपति पद की कितनी जरुरत महसूस होती है? बहुत से लोगों को तो प्रधानमंत्री के होने न होने से भी कोई फर्क नहीं पड़ता होगा, लेकिन पीएम और उनकी सरकार के पास इतनी पॉवर जरूर होती है कि व जब चाहे तब, भारत के प्रथम नागरिक को अपने...
Continue reading...भारत के एजुकेशन सिस्टम को बदलते ज़माने के अनुकूल होने की सख्त जरूरत
भारत के एजुकेशन सिस्टम को बदलते ज़माने के अनुकूल होने की सख्त जरूरत
Continue reading...कल खेल में हम हों न हों..
हाल ही में महज़ 53 वर्ष की उम्र में दिल का दौरा पड़ने की वजह से दुनिया को अलविदा कहने वाले बेहतरीन गायक और शानदार शख्सियत ‘केके’, बीते वर्ष 40 वर्षीय परफैक्टली फिट नजर आने वाले अभिनेता सिद्धार्थ शुक्ला और कन्नड़ फिल्मों के सुपरस्टार 46 वर्षीय पुनीत राजकुमार कुछ ऐसे नाम हैं, जो मेरे ज़हन में इतनी गहराई से उतर...
Continue reading...अपने दामन पर राजनीति का कीचड़ उछलवा रहे मसीहा
अपने दामन पर राजनीति का कीचड़ उछलवा रहे मसीहा
Continue reading...आंत्रप्रेन्योरशिप संबंधित ज्ञान और कौशल के लिए व्यावसायिक प्रशिक्षण समय की मांग है
आंत्रप्रेन्योरशिप के सफल आगाज़ ने भारत की अर्थव्यवस्था के परिदृश्य को काफी हद तक बदल दिया है। आंत्रप्रेन्योर्स समाज में नवाचार लाने और वृद्धिशील सुधारों के साथ विश्व का नेतृत्व करते हैं। युवा प्रधान भारत में संबंधित आयु वर्ग की आबादी सबसे अधिक है। लेकिन इससे परे, एक सफल आंत्रप्रेन्योर की यात्रा सही मायने में बचपन से ही शुरू हो...
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